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REITs: बिना झंझट के रियल एस्टेट में निवेश

Mumbai Skyline real estate

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Real estate investment trusts (REITs) ऐसे ट्रस्ट या कंपनियाँ होती हैं जो आय उत्पन्न करने वाली संपत्तियों (ऑफिस, मॉल, अपार्टमेंट, होटल, गोदाम आदि) में निवेश करती हैं।

REIT कैसे काम करता है?

 जैसे mutual funds निवेशकों का पैसा शेयर या बॉन्ड खरीदने में लगाते हैं, वैसे ही REITs निवेशकों का पैसा रियल एस्टेट संपत्तियों में लगाकर उनसे मिलने वाली किराए की आय का हिस्सा बाँटते हैं। REITs निवेशकों को दोहरा लाभ देते हैं:

नियमित आयजैसे fixed deposit या बॉन्ड से ब्याज मिलता है, वैसे ही REITs सालाना dividend दिया करते हैं।
पूंजीगत लाभजब संपत्तियों का मूल्य बढ़ता है, तो REIT का मार्केट प्राइस चढ़ता है और आपको उसका फायदा मिलता है।

ये stock exchange पर शेयरों की तरह खरीदे-बेचे जा सकते हैं। पारदर्शिता और नियमन (regulation) की वजह से इन पर भरोसा किया जा सकता है। पते की बात यह है कि अब कम पूँजी (कुछ ही सौ रुपये से शुरू करते) भी real estate investment संभव है।

REITs के प्रकार

Office REITsकॉर्पोरेट ऑफिस स्पेस से आय
Retail REITsमॉल और रिटेल स्टोर से आय
Industrial REITsकारखाने, कार्यशालाएँ, औद्योगिक पार्क
Residential REITsअपार्टमेंट और किराए के घर
Hospitality REITsहोटल व रिसॉर्ट
Healthcare REITsअस्पताल, मेडिकल ऑफिस

भारत में REITs

भारत में पहला REIT Embassy Office Parks ने 2019 में लिस्ट किया था। अब पाँच बड़े REITs सक्रिय हैं – Embassy, Mindspace, Brookfield, Nexus Select Trust और Knowledge Realty Trust। अधिकांश भारतीय REITs अभी ग्रेड A ऑफिस स्पेस पर केंद्रित हैं।

भारत के सात प्रमुख शहरों (बेंगलुरु, मुंबई, दिल्ली-NCR, हैदराबाद, चेन्नई, पुणे और कोलकाता) + GIFT City अहमदाबाद में ऑफिस स्पेस साल २००० से २०२५ तक ३५ गुना बढ़ चुका है। भारत में किराया (rental) और पूँजी मूल्य वैश्विक स्तर की तुलना में काफी सस्ता है, जिससे यह विदेशी निवेशकों के लिए आकर्षक बाजार बन गया है।

नए अवसर

Logistic REITsमैन्युफैक्चरिंग और ई-कॉमर्स के कारण गोदामों और लॉजिस्टिक पार्क की माँग बढ़ी है।
Retail REITsमॉल अब केवल शॉपिंग नहीं, बल्कि अनुभव केंद्र‌ (experience centres) बन रहे हैं।
Data Center REITsडिजिटल इंडिया, क्लाउड और 5G से भारी माँग

वैश्विक परिप्रेक्ष्य

REITs की शुरुआत १९६० में अमेरिका से हुई थी। आज ये ४० से अधिक देशों में सक्रिय हैं और ४.५ ट्रिलियन डॉलर की संपत्तियाँ इनके अधीन हैं। अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर और यूरोप बड़े REIT बाजार हैं।

वैश्विक स्तर पर, ब्याज दरों में गिरावट REITs के लिए सकारात्मक है क्योंकि इससे उधार लेना सस्ता होता है और निवेशकों को अधिक आकर्षक रिटर्न मिलता है। भारत अभी शुरुआती चरण में है, लेकिन वैश्विक रुझानों और घरेलू शहरीकरण से इसकी संभावनाएँ तेजी से बढ़ रही हैं।

निष्कर्ष

REITs निवेशकों को रियल एस्टेट में बिना झंझट, पारदर्शी और किफायती प्रवेश का अवसर देते हैं। चाहे आप युवा निवेशक हों या रिटायर व्यक्ति, यह एक स्थिर आय और दीर्घकालिक वृद्धि का संतुलित साधन है।

ध्यान रहे

  1. यह लेख केवल जानकारी के लिए है और निवेश सलाह नहीं है।
  2. REITs निवेश बाजार जोखिमों के अधीन हैं, इसलिए निवेश से पहले किसी भी REIT योजना से संबंधित सभी दस्तावेज़ों को ध्यानपूर्वक पढ़ें।

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